EXAMINE THIS REPORT ON MALKIN KI MALISH

Examine This Report on malkin ki malish

Examine This Report on malkin ki malish

Blog Article

प्रेग्‍नेंसी में धूप में जाने से बच्‍चे को हो सकते हैं ये नुकसान

कई बार आपके हाथ किसी की मसाज करने के बाद दर्द होने लगते है। तो आप अपने हथेली को रब करें तो आपको हाथ के दर्द में आराम मिलेगा।

मालिश के दौरान आप अपनी तर्जनी उंगली और मध्य उंगली को बच्चे की रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ रखें और फिर हल्के हाथों से पूरी पीठ की मसाज करें। इसी प्रक्रिया को दो से तीन बार या कुछ समय के लिए दोहराएं। ध्यान रखें कि बच्चे की रीढ़ की हड्डी पर अपनी उंगुलियों को न रखें। लेकिन आप दो उंगुलियों को बच्चे की रीढ़ की हड्डी के दोनों अगल-बगल रखकर ऊपर से नीचे की ओर मालिश कर सकती हैं।

नवजात शिशु की मालिश अभिभावकों के द्वारा की जाती है। इसमें आप बच्चों की मालिश के लिए बने तेल या लोशन का इस्तेमाल कर, उनके शरीर को सहलाते हुए तेल लगाते हैं। तेल मालिश बच्चे के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है। साथ ही यह बच्चे और आप के बीच बेहतर तालमेल कायम करने के लिए जरूरी होती है।  

बॉडी मसाज में आपके पूरे शरीर की मालिश की जाती है। इसमें फेस मसाज, पैरों की मसाज, हाथों की मसाज, कमर आदि की मसाज शामिल होती है। बॉडी मसाज से आपके पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण बढ़ता है और शरीर के दर्द से संबंधित सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। (और पढ़ें - नसों के दर्द को दूर करने के उपाय)

बच्‍चों के दांत आने पर क्‍यों शुरू हो जाते हैं दस्‍त

 सैक्स जानकारी लिंग चाटने के फायदे और नुकसान

मालिश के बाद, केवल गुनगुना पानी स्नान के लिए इस्तेमाल malkin ki malish किया जाना चाहिए। वरना तेल त्वचा पर रह सकता है।

फेसबुक गूगल विकीहाउ अकाउंट अकाउंट नहीं है ? अकाउंट बनाऐं

यह भी पढें : कब रातभर सोना शुरू करते हैं बच्‍चे

We strongly endorse arriving 20 minutes prior to the get started of support so that you can park, sign in your kiddos, seize some coffee, and discover a seat. Services are 70 minutes and contain modern-day songs, inspiring training with the Bible.

राजनीतिअखिलेश यादव का जिक्र, नवाब मलिक पर 'इमोशनल' अटैक, मुंबई से स्वरा भास्कर के पति की उम्मीदवारी पर सुप्रिया ने लगा दी मुहर

शिशु के जन्‍म के कुछ हफ्तों बाद आप मालिश करना शुरू कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको बच्‍चे के मूड का भी खास ख्‍याल रखना है। मसाज के समय पर शिशु शांत और सचेत होना चाहिए। मालिश करने का तरीका ऐसा न अपनाएं जो बच्‍चे को सहज महसूस करवाए।

हल्के दबाव के साथ हाथों को गोल गोल घुमाते हुए बच्चे के सीने पर मालिश करें। (और पढ़ें - कंधे में दर्द के घरेलू उपाय)

Report this page